कुरआन मे परिवर्तन नहीं हुआ
क़ुरआन सब से बड़ा मोजज़ा है।
तिलावत,तदब्बुर ,अमल
कुरआन की फ़साहत व बलाग़त
तावील पर तफ़सीरे अल मीज़ान का दृष्टिकोण
क़ुरआने करीम की अहमियत व मौक़ेईयत
क़ुरआन नातिक़ भी है और सामित भी
क़ुरआन ख़ैरख्वाह और नसीहत करने वाला है
क़ुरआने करीम हर दर्द की दवा है
क़ुरआने करीम के पैरोकार के लिये इस्लाह व सआदत