वाज़िब गुस्ल
  • शीर्षक: वाज़िब गुस्ल
  • लेखक: हज़रत आयतुल्लाह सैय्यद अली सीसतानी साहब
  • स्रोत: alshia.org
  • रिलीज की तारीख: 4:27:44 29-6-1403

इंसान के ऊपर निम्न लिखित सात ग़ुस्ल वाज़िब हैं।


1.    ग़ुस्ले जनाबत( यह वह ग़ुस्ल है जो संभोग के बाद किया जाता है।)

 

2.    ग़ुस्ले हैज़ (यह वह ग़ुस्ल है जो स्त्री मासिक समाप्त होने के बाद करती है।)

 

3.    ग़ुस्ले निफ़ास(यह वह ग़ुस्ल है जो स्त्री बच्चा पैदा होने के बाद करती है।)

 

4.    ग़ुस्ले इस्तेहाज़ा (यह वह ग़ुस्ल है जो स्त्री हैज़ व निफ़ास के अतिरिक्त अन्य खून आने पर करती है।)

 

5.    ग़ुस्ले मसे मय्यित (यह वह ग़ुस्ल है जो किसी मुर्दा इंसान को छूने के बाद किया जाता है।)

 

6.    ग़ुस्ले मय्यित(यह वह ग़ुस्ल है जो मुर्दा इंसान को दिया जाता है।)

 

7.    मन्नत व क़सम आदि के कारण वाजिब होने वाला ग़ुस्ल।